Sunday, November 17, 2024

स्वतंत्रता सेनानी Mahabiri देवी

 

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Mahabiri Devi, also known as Mahabiri Dasi, was a courageous Indian freedom fighter from Mundbhar village in Bihar. She played a significant role in the Indian Rebellion of 1857 against British colonial rule.


*Early Life and Background*

Mahabiri Devi was born around 1824 in Mundbhar village, Saran district, Bihar, British India (now in Bihar, India). Her family belonged to the Dusadh community, a marginalized group.


*Role in the Indian Rebellion of 1857*

During the Indian Rebellion of 1857, also known as the Sepoy Mutiny, Mahabiri Devi joined the fight against British colonial rule. She was inspired by the leadership of leaders like Rani Lakshmibai of Jhansi, Tatya Tope, and Nana Sahib.


Mahabiri Devi's contributions:

1. Mobilizing villagers: She rallied villagers, especially women, to join the rebellion.

2. Providing supplies: She organized food, shelter, and medical aid for rebel forces.

3. Intelligence gathering: She helped gather information about British troop movements.

4. Combat participation: She fought alongside male rebels, using her knowledge of local terrain.


*Bravery and Sacrifice*

Mahabiri Devi demonstrated exceptional bravery during the rebellion

1. Confronting British soldiers: She single-handedly confronted British soldiers, delaying their advance.

2. Saving rebel leaders: She helped key leaders escape British capture.

*Capture and Execution*

Mahabiri Devi was eventually captured by British forces in 1857. Refusing to divulge information about her comrades, she was subjected to severe torture.

She was executed by hanging in June 1857, along with several other rebels, in the Saran district.


*Legacy*

Mahabiri Devi's courage and sacrifice have inspired generations:

1. Recognition: She is recognized as a martyr and freedom fighter by the Government of India.

2. Commemoration: A statue was unveiled in her honor in Mundbhar village.

3. Cultural significance: Her story has been immortalized in folk songs, plays, and literature.


*Sources*

1. "Mahabiri Devi" by Dr. K. K. Singh (Bihar State Archives)

2. "Women in the Indian Freedom Struggle" by S. K. Sharma

3. "The Indian Rebellion of 1857" by R. C. Majumdar


Here's the translation of the text about Mahabiri Devi in Hindi:


महाबीरी देवी: मुंडभर की वीरांगना जिन्होंने 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी

महाबीरी देवी, जिन्हें महाबीरी दासी के नाम से भी जाना जाता है, बिहार के मुंडभर गांव की एक साहसी भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्होंने 1857 के भारतीय विद्रोह में अंग्रेजों के खिलाफ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूम

महाबीरी देवी का जन्म लगभग 1824 में बिहार के सारण जिले के मुंडभर गांव में हुआ था। उनका परिवार दुसाध समुदाय से ताल्लुक रखता था, जो एक वंचित समूह है।


1857 के स्वतंत्रता युद्ध में भूमिका

1857 के भारतीय विद्रोह के दौरान, जिसे सिपाही विद्रोह के नाम से भी जाना जाता है, महाबीरी देवी ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उन्हें झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे और नाना साहब जैसे नेताओं के नेतृत्व से प्रेरणा मिली।


महाबीरी देवी के योगदान:

1. ग्रामीणों को संगठित करना

2. सेना को आपूर्ति प्रदान करना

3. खुफिया जानकारी इकट्ठा करना

4. युद्ध में भाग लेना


वीरता और बलिदान

महाबीरी देवी ने विद्रोह के दौरान असाधारण वीरता दिखाई:

1. अंग्रेज सैनिकों का सामना करना

2. क्रांतिकारियों को बचाना

गिरफ्तारी और फांसी

महाबीरी देवी को अंततः 1857 में अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने अपने साथियों के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया, जिसके कारण उन्हें यातनाएं दी गईं।

उन्हें जून 1857 में सारण जिले में अन्य क्रांतिकारियों के साथ फांसी दी गई।

विरासत

महाबीरी देवी की वीरता और बलिदान ने पीढ़ियों को प्रेरित किया है:

1. मान्यता: उन्हें भारत सरकार द्वारा शहीद और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में मान्यता दी गई है।

2. स्मरणोत्सव: मुंडभर गांव में उनके सम्मान में एक प्रतिमा का अनावरण किया गया।

3. सांस्कृतिक महत्व: उनकी कहानी लोकगीतों, नाटकों और साहित्य में अमर हो गई है।


स्रोत:

1. डॉ. के. के. सिंह द्वारा "महाबीरी देवी" (बिहार राज्य अभिलेखागार)

2. एस. के. शर्मा द्वारा "भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाएं"

3. आर. सी. मजूमदार द्वारा "1857 का भारतीय विद्रोह"


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