Tuesday, June 25, 2024

कलावा (रक्षासूत्र/मौली) Some information

 कलावा (रक्षासूत्र/मौली) content by Tehxi on X

🔹कलावा किस हाथ में बांधना चाहिए?

🔹कलावा कितनी बार लपेटना चाहिए?

🔹कलावा किस दिन खोलना चाहिए ?

🔹कलावा बांधने के फायदे तथा महत्व

🔹पुराना कलावा कहा रखे ?

🔹ज्योतिष विज्ञान तथा कलावा

🔹कलावा तथा आयुर्वेद


Kalava (Raksha Sutra/Mauli) content by Tehxi on X

🔹In which hand should Kalava be tied?

🔹How many times should Kalava be wrapped?

🔹On which day should Kalava be opened?

🔹Benefits and importance of tying Kalava

🔹Where to keep the old Kalava?

🔹Astrology and Kalava

🔹Kalava and Ayurveda



रक्षा सूत्र (कलावा)

कलावा को रक्षा सूत्र भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में कलावा अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। हिन्दू धर्म में प्रत्येक धार्मिक कर्म यानी पूजा-पाठ, उद्घाटन, यज्ञ, हवन, संस्कार आदि के पूर्व पुरोहितों द्वारा यजमान के दाएं हाथ में मौली बांधी जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जीवन में आने वाले संकट और परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए कलावा या रक्षा सूत्र बांधा जाता है, कलावा बांधने से व्यक्ति पर त्रिदेवों और तीन महादेवियों की कृपा होती है, तीन देवियों मां लक्ष्मी, मां सरस्वती तथा महाकाली से धन सम्पति, विद्या-बुद्धि और शक्ति प्राप्त हो🔹

Raksha Sutra (Kalava)

Kalava is also called Raksha Sutra, Kalava is considered very important in Hinduism. In Hinduism, before every religious ritual i.e. worship, inauguration, yagya, havan, sanskar etc., priests tie a mauli on the right hand of the Yajaman. According to astrology, Kalava or Raksha Sutra is tied to get rid of the troubles and problems in life, by tying Kalava, a person gets the blessings of Tridev and three Mahadevis, the three goddesses Maa Lakshmi, Maa Saraswati and Mahakali give wealth, knowledge, & wisdom and strength.


कलावा किस हाथ में बांधे ?

इस बारे में भी नियम है, जो कि पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग हैं. पुरुषों और कुंवारी कन्याओं को दाहिने हाथ में और विवाहित महिलाओं को हमेशा बाएं हाथ में कलावा बांधने चाहिए।र शक्ति मिलती है। 

In which hand should Kalava be tied?

There are rules regarding this too, which are different for men and women. Men and unmarried girls should always tie Kalava in the right hand and married women should always tie it in the left hand. It gives strength.


🔹 पुराना कलावा कहां रखें?

पुराना कलावा खोलने के बाद उसे यहां-वहां कहीं भी नहीं फेंकना चाहिए, कलावा निकालकर या तो पीपल के पेड़ के नीचे रखें या फिर किसी बहते पानी में प्रवाहित करना चाहिए।

Where to keep the old Kalava?

After opening the old Kalava, it should not be thrown here and there.  It should either be kept under a Peepal tree or it should be flown in some flowing water.

🔹कलावा और आयुर्वेद

स्वास्थ्य के दृष्टि से भी रक्षासूत्र को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इससे कई प्रकार के शारीरिक पीड़ाएं दूर रहती हैं. आयुर्वेद शास्त्र में बताया गया है कि शरीर के कई मुख्य नसें हमारी कलाई से होकर निकलती हैं, ऐसे में जब इस स्थान पर रक्षासूत्र बांधा जाता है, तब इसके दबाव से त्रिदोष अर्थात वात, पित्त और कफ से जुड़ी समस्या कई हद तक दूर रहती है. इसके साथ मधुमेह, हृदय रोग, रक्तचाप इत्यादि जैसी गंभीर बीमारियों पर भी बहुत हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है ।

Kalava and Ayurveda

Raksha Sutra is also considered very important from the point of view of health. It keeps many types of physical pains away. It is said in Ayurveda that many main nerves of the body pass through our wrist, so when Raksha Sutra is tied at this place, then the problem related to Tridosha i.e. Vata, Pitta and Kapha is kept away to a great extent by its pressure. Along with this, serious diseases like diabetes, heart disease, blood pressure etc. can also be controlled to a great extent.


🔹 ज्योतिष दृष्टि से कैसे उपयोगी है रक्षासूत्र? 

ज्योतिष शास्त्र में भी रक्षासूत्र के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई है. बताया गया है कि कलाई पर लाल या केसरी रंग का रक्षासूत्र बांधने से कुंडली में मंगल का अशुभ प्रभाव कम होने लगता है और जातक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. कुछ ज्योतिष विद्वान काले रंग का धागा धारण करने की सलाह देते हैं. कुछ लोग इसे कलाई पर तो कुछ पैर में बांधते हैं. बता दें कि इसे शनि ग्रह का प्रतीक माना जाता है और इससे शनि ग्रह का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है।


How is Raksha Sutra useful from the astrological point of view? 

Detailed information about Raksha Sutra has been given in astrology as well. It is said that by tying a red or saffron colored Raksha Sutra on the wrist, the inauspicious effect of Mars in the horoscope starts reducing and the person gets happiness and prosperity. Some astrology scholars recommend wearing a black colored thread. Some people tie it on the wrist and some on the leg. Let us tell you that it is considered a symbol of Saturn and it reduces the inauspicious effect of Saturn.


🔹 कलावा बांधने के फायदे तथा महत्व

▪️तीन धागों का यह सूत्र त्रिदेवों व त्रिशक्तियों को समर्पित हो जाता है।  इस रक्षा-सूत्र को संकल्पपूर्वक बांधने से व्यक्ति पर मारण, मोहन, विद्वेषण, उच्चाटन, भूत-प्रेत और जादू-टोने का असर नहीं होता।

▪️यह मौली किसी देवी या देवता के नाम पर भी बांधी जाती है जिससे संकटों और विपत्तियों से व्यक्ति की रक्षा होती है। यह मंदिरों में संकल्प के लिए भी बांधी जाती है।

▪️मौली बांधने से त्रिदेव- ब्रह्मा, विष्णु व महेश तथा तीनों देवियों- लक्ष्मी, पार्वती व सरस्वती की कृपा प्राप्त होती है। ब्रह्मा की कृपा से कीर्ति, विष्णु की कृपा से रक्षा तथा शिव की कृपा से दुर्गुणों का नाश होता है। इसी प्रकार लक्ष्मी से धन, दुर्गा से शक्ति एवं सरस्वती की कृपा से बुद्धि प्राप्त होती है।

▪️ कलावा बांधने से उसके पवित्र और शक्तिशाली बंधन होने का अहसास होता रहता है और इससे मन में शांति तथा पवित्रता बनी रहती है। व्यक्ति के मन और मस्तिष्क में बुरे विचार नहीं आते तथा वह गलत रास्तों पर नहीं भटकता है। कई अवसरों पर इससे व्यक्ति पाप कार्य करने से बच जाता है।

▪️ कमर पर बांधा गये रक्षा सूत्र के संबंध में विद्वान लोग कहते हैं कि इससे सूक्ष्म शरीर स्थिर रहता है तथा कोई दूसरी बुरी आत्मा आपके शरीर में प्रवेश नहीं कर सकती है। बच्चों को अक्सर कमर में मौली बांधी जाती है। यह काला धागा भी होता है। इससे पेट में किसी भी प्रकार के रोग नहीं होते।  

Benefits and importance of tying Kalava

▪️This thread of three threads is dedicated to the Tridevs and Trishaktis. By tying this protective thread with determination, a person is not affected by Maran, Mohan, Vidveshan, Uchchatan, ghosts and witchcraft.

▪️This Moli is also tied in the name of a goddess or god, which protects a person from troubles and calamities. It is also tied in temples for determination.

▪️By tying Moli, one gets the blessings of Tridev- Brahma, Vishnu and Mahesh and the three goddesses- Lakshmi, Parvati and Saraswati. Fame is achieved by the grace of Brahma, protection by the grace of Vishnu and vices are destroyed by the grace of Shiva. Similarly, wealth is obtained from Lakshmi, power from Durga and wisdom by the grace of Saraswati.

 ▪️ By tying the Kalawa, there is a feeling of it being a sacred and powerful bond and this maintains peace and purity in the mind. Bad thoughts do not come to the mind and brain of a person and he does not stray on the wrong path. On many occasions, this saves a person from committing sinful acts.

▪️ Regarding the Raksha Sutra tied around the waist, scholars say that it keeps the subtle body stable and no other evil spirit can enter your body. Mauli is often tied around the waist of children. It is also a black thread. It does not cause any kind of stomach disease.

अस्तु 🙏





🔹किस दिन खोलना चाहिए कलावा?

रक्षा सूत्र या कलावा किसी भी दिन या किसी भी समय नहीं खोलना चाहिए, क्योंकि इसे बांधने से जातक की रक्षा होती है। कलावा या रक्षा सूत्र खोलने के लिए मंगलवार या शनिवार का दिन सबसे सही माना जाता है। पुराना कलावा खोलने के बाद पूजा घर में बैठकर दूसरा कलावा बांध लेना शुभ होता है।




🔹कलावा कलाई पर कितनी बार लपेटनी चाहिए?

कलावा बंधवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपकी कलाई पर इसे तीन, पांच या सात बार लपेटा गया हो. कलावा बांधते समय कभी भी हाथ खाली नहीं होना चाहिए ऐसे में जिस हाथ में कलावा बांधा जा रहा है उसमें एक सिक्का रखें तथा उसके बाद दूसरे हाथ को सिर पर रखें। कलावा बांधने के बाद वह सिक्का कलावा बांधने वाले व्यक्ति, पंडित जी को दे दें।



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